अपनी खाल की वजह से पत्थरों के बीच में छुपा एक जीव, ढूंढना हो रहा मुश्किल

such a creature hidden among the stones because of its skin

इस धरती पर अनेक प्रकार के जीव जंतु है और हर जीव जंतुओं की अपनी-अपनी कई प्रजातियां होती हैं। जिन्हे हर कोई नहीं जान पाता है धरती पर इतने जीव जंतु हैं कि हर एक के विषय में सभी को ज्ञान नहीं है। कुछ तो ऐसे जीव जंतु है। जिन्हें देखने के बाद हम खुद ही हैरान हो जाते हैं और उसे हम पहली बार देखते हैं, लेकिन उन्हीं जन्तुओं में से कुछ ऐसे भी जंतु होते हैं। जिनका रंग रूप धरती पर किसी अन्य चीजों से ऐसा मिलता जुलता है की जंतु और वस्तुओं में अंतर कर पाना बड़ा मुश्किल हो जाता है।

पत्थरों के बीच में छुपा एक जीव

ऐसा ही एक जीव है उल्लू जिसे रात भर जागने की खूबी के चलते निशाचर भी कहते हैं। आज एक ऐसे छोटे से उल्लू को तलाशने की चुनौती मिली। जो खेत में सूखे सूखे से दिखने वाले पत्थरों के बीच कहीं छिप कर बैठा है और यकीन मानिए उस तस्वीर में वह बिल्कुल भी पहचान में नहीं आ रहा है, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने उस तस्वीर में उस उल्लू को खोज लिया है।

शरीर और पत्थर आपस में एक जैसे दिखते हैं

दिन में सोना रात में जागना जो उल्लू की खास बात है। एक डर्बीशायर फॉर्म में गायब हो गया, हालांकि फॉर्म की तस्वीर के जरिए यूजर्स को अपनी आंखें गढ़ा गढ़ा कर उसकी तलाश करने की चुनौती जरूर मिली। जो काफी मुश्किल समझ में आ रहा है और सबसे बड़ी बात यह है कि यह तलाश दिन में करना है। जब वह सोता रहे। अगर रात होती तो उसकी चमकदार आंखें उसे खोजने में हमारी सहायता जरूर कर देती। लेकिन दिन के उजाले में वह सोता है तो ऐसे में उसकी आंखें बंद रहेंगे फिर उसे खोज पाना बेहद ज्यादा मुश्किल है।

owl hiding

इस फोटो में आप देखेंगे एक खेत है। जहां सूखे पीले कुछ छिंटेदार पत्थरों के बीच एक उल्लू एकदम सामने बैठा हुआ है। जिसकी दोनों आंखें बंद है और उसके शरीर के फर के रंग ऐसे हैं जो उन पत्थरों से एकदम मिलते जुलते हैं। जिसकी वजह से उसे पहचानना मुश्किल हो रहा है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी आंखों का कमाल दिखाकर उसे खोज भी लिया।

इस फोटो में आप देखेंगे आधी दीवार पर बैठा उल्लू बिल्कुल सामने नजर आ रहा है। जिस पर पक्षी में अंतर करना नामुमकिन था। उसी तरह सोशल मीडिया पर भी उसे खोज पाना मुश्किल ही है। डर्बीशायर पिक जिले के फूलों के सुंदर से गांव में एक सुखी पत्थर की दीवार पर बैठे एथेना के एक छोटे उल्लू को देखा गया। उल्लू की बाकी प्रजातियों के विपरीत वह दिन और रात दोनों में रंग पहचान लेता है। इन्हें आम तौर पर खेत की जमीन ग्रामीण इलाकों और पार्कलैंड में पाया जाता है।

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